जानें, क्यों होते हैं एलर्जी के शिकार और क्या हैं इसके लक्षण?

जानें, क्यों होते हैं एलर्जी के शिकार और क्या हैं इसके लक्षण?

सेहतराग टीम

बदलते मौसम में हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। कई बार हमें एलर्जी का सामना करना पड़ता है। एलर्जी अक्सर मौसम के बदलाव और खान-पान की वजह से होताीहै। यही नहीं किसी चीज के संपर्क में आने से भी होती है। ऐसी स्थिति में रोग प्रतिरोधक क्षमता कुछ खास चीजों को स्वीकार नहीं कर पाता है और परिणाम प्रतिक्रिया के रूप में सामने आता है।

क्या हैं लक्षण (Allergy Symptoms in Hindi):

शरीर पर लाल चकत्ते दिखना, नाक और आंखों से पानी बहना, जी मिचलाना, उलटी होना, बुखार आना, सांसें तेज चलना आदि एलर्जी के प्रमुख लक्षण हैं।

कारण (Allergy Causes in Hindi):

  • कुछ लोगों को फूलों के पराग कणों से भी एलर्जी होती है। पेड़-पौधों और घास-फूस के संपर्क में आने पर फूलों के पराग में मौजूद बारीककण नाक और गले में चले जाते हैं और दिक्कत की वजह बनते हैं।
  • दवाइयों में मौजूद कोई खास सॉल्ट जब सूट नहीं करता, तो शरीर एलर्जी के रूप में इसका संकेत देता है।
  • रबड़ से बनी चीजों का इस्तेमाल भी कई बार एलर्जी का कारण बनता है। रबड़ से एलर्जी जलन, नाक बहने, घबराहट और खुजली के रूप में सामने आ सकती है।
  • घर में पेट्स की मौज़ूदगी से भी एलर्जी हो सकती है। पेट्स के बाल, मुंह से निकलने वाली लार या रूसी से कुछ लोगों को गंभीर परेशानियां हो जाती हैं।
  • कुछ लागों को किसी खास तरह की खुशबू से भी एलर्जी होती है। खुशबू की वजह से होने वाली एलर्जी में सिरदर्द, जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती है।
  • किसी खास तरह की घास, पेड़ और फूल के संपर्क में आने पर एलर्जी हो सकती है। खुजली, आंखों में जलन, लगातार छींक आदि इस एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं।
  • बहुत-से लागों को किसी खास मौसम से एलर्जी होती है। गले में खराश, बुखार, नाक बहना और आंखों में जलन के रूप में इनमें एलर्जी के लक्षण सामने आ सकते हैं।
  • धूल के कणों में माइक्रोब्स होते हैं, जो हमारे आसपास मौजूद रहते हैं। माइक्रोब्स ज्य़ादा ह्यूमिडिटी में पनपते हैं। इनसे होने वाली एलर्जी में आमतौर पर छींकने और आंख-नाक से पानी बहने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • गोल्ड या सिल्वर ऑक्सीडाइज्ड़ ज्यूलरी, लेदर या सिंथेटिक कपड़ों से भी कुछ लोगों को एलर्जी होती है। आमतौर पर इन चीज़ों से एलर्जी खुजली के रूप में सामने आती है।
  • कई बार एलर्जी वंशानुगत भी होती है। माता-पिता को अगर धूल या किसी और चीज से एलर्जी हो तो बच्चों को भी उससे एलर्जी होने की आशंका बढ़ जाती है।

 

इसे भी पढ़ें-

वर्कआउट के दौरान, पहले और बाद में क्‍या खाना चाहिए?

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।